हॉकी को किसने भारत का राष्ट्रीय खेल बनाया: दोस्तों, हॉकी का खेल मूल रूप से ब्रिटिश सरकार के द्वारा या ब्रिटिश आर्मी के द्वारा भारत में लाया गया था। सन 1800 के पास भारत में ब्रिटिश आर्मी के द्वारा हॉकी का खेल खेला जाने लगा था (hockey ko bharat ka rashtriya khel kyu mana jata hai)। उन्हें देखकर भारत में भी लोगों ने हॉकी खेलना शुरू कर दिया।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि वह कौन है जिसने हॉकी को भारत का राष्ट्रीय खेल बनाया? यदि आप नहीं जानते और जानना चाहते हैं कि हॉकी को भारत का राष्ट्रीय खेल किसने बनाया तो आजकल एक ने हमारे साथ बनी रहिएगा।
क्योंकि आज हम आपको हॉकी के कुछ ऐतिहासिक लम्हों के बारे में जानकारी देंगे और आपको यह भी बताएंगे कि हॉकी को किसने भारत में राष्ट्रीय खेल बनाया।
तो चलिए शुरू करते हैं:-
हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का नाम क्या है?
यदि भारत में पैदा हुए सर्वश्रेष्ठ हॉकी खिलाड़ी के बारे में हम आपको बताएं तो उनका नाम मेजर ध्यानचंद था। मेजर ध्यानचंद का पूरा नाम मेजर ध्यानचंद सिंह था। मेजर ध्यानचंद सिंह भारतीय हॉकी फील्ड के अंतर्गत एक अभूतपूर्व खिलाड़ी थे। इन्होंने तीन बार ओलंपिक में अपनी भारतीय हॉकी टीम को स्वर्ण पदक दिलाया।
यह भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान भी थे 1928 एमस्टरडम का ओलंपिक, 1932 लॉस एंजेल्स ओलंपिक, और 1936 बर्लिन ओलंपिक में इन्होंने भारतीय हॉकी टीम को तीन बार लगातार स्वर्ण पदक दिलाया था।
मेजर ध्यानचंद की जन्म तिथि को भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त 1950 को हुआ था, जो कि इलाहाबाद के संयुक्त प्रांत में इनका जन्म हुआ था। और उनकी मृत्यु 3 दिसंबर 1969 को दिल्ली में हुई थी। इनकी ऊंचाई 5 फीट 7 इंच की थी, और हॉकी में फॉरवर्ड खेलने के लिए जाने जाते थे।
भारत में हॉकी का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी कौन है?
आज तक के इतिहास में यदि देखा जाए तो मेजर ध्यानचंद ही अलौकिक में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के तौर पर उभर कर सामने आए हैं। लेकिन इनके अलावा भी हॉकी की टीम में भारत में कई प्रकार के बेहतरीन खिलाड़ी थे जैसे कि उधम सिंह जी, धनराज पिल्लई, बलवीर सिंह, मोहम्मद शहीद, पीआर श्रीजेश, हरमनप्रीत सिंह, रूपिंदर पाल सिंह, रूप सिंह, मनदीप सिंह, मनप्रीत सिंह, केडी सिंह, अजीत पाल सिंह, रानी रामपाल, शंकर लक्ष्मण, गुरजंट सिंह, रघुनाथ वोक्कालिगा, यह सभी हॉकी के जाने-माने भारतीय खिलाड़ी है / रह चुके हैं।
हॉकी को किसने भारत का राष्ट्रीय खेल बनाया?
आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस हॉकी के खेल को पूरे भारत में राष्ट्रीय खेल के तौर पर जाना जाता है, और बच्चा बच्चा यह कहता है कि हॉकी का खेल भारत का राष्ट्रीय खेल है। यह बिल्कुल गलत है। हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल नहीं है। इसके उलट भारत का कोई भी राष्ट्रीय खेल नहीं है।
एक आरटीआई के दौरान भारत के खेल मंत्रालय से यह पूछा गया कि भारत का राष्ट्रीय खेल कौन सा है तो खेल मंत्रालय की तरफ से जवाब आया कि भारत का कोई भी राष्ट्रीय खेल नहीं है।
लेकिन यदि हम आपको यह बताएं किहॉकी को किसने भारत का राष्ट्रीय स्तर का खेल बनाया है तो उनका नाम मेजर ध्यानचंद जी है, उनके नेतृत्व में 1900 किस शताब्दी में भारत ने तीन बार हॉकी में लगातार गोल्ड मेडल जीता और उनकी वजह से ही हॉकी का खेल राष्ट्रीय स्तर की प्रसिद्धि को प्राप्त कर पाया।
भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ियों के नाम क्या है?
वर्तमान समय में भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ियों के नाम कुछ इस प्रकार है – गोलकीपर के अंतर्गत कृष्ण बहादुर पाठक, पीआर श्रीजेश का नाम शामिल है। डिफेंडर के अंतर्गत जर्मनप्रीत सिंह, सुरेंद्र कुमार, हरमनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास, जुगराज सिंह, मनदीप मोर, नीलम संजीप जेस नाम शामिल किये गए है।
मिडिल डिफेंडर्स के अंतर्गत सुमित, मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, मोइरंगथम रविचंद्र, शमशेर सिंह, राज कुमार पाल, मोहम्मद रहीम, मौसिन का नाम चुना गया है, और फॉरवर्ड लाइन के लिए कार्तिक का नाम चुना गया है। इन सबके अलावा मनदीप सिंह, दिलप्रीत सिंह, अभिषेक, सुखजीत सिंह, सबसे अनुभवी खिलाडी के तौर्र पर शामिल किए गए।
निष्कर्ष
आशा है या आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया हुआ इस आर्टिकल में हमने बताया हॉकी को किसने भारत का राष्ट्रीय खेल बनाया? (hockey ko bharat ka rashtriya khel kab ghoshit kiya gaya) के बारे मे संपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगे तो आप अपने दोस्तों के साथ भी Share कर सकते हैं अगर आपको कोई भी Question हो तो आप हमें Comment कर सकते हैं हम आपका जवाब देने की कोशिश करेंगे।