नमस्कार दोस्तो, आपने अपने जीवन के अंतर्गत अलग-अलग खेलों के बारे में सुना होगा, पूरी दुनिया में विभिन्न अलग-अलग प्रकार के खेल खेले जाते हैं, कब्बडी का नाम भी इन खेलों की सूची में आता है। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि कब्बड़ी में कितने खिलाड़ी होते हैं। यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताने वाले हैं, कि कब्बड़ी में कितने खिलाड़ी होते हैं, इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।
कब्बड़ी में कितने खिलाड़ी होते हैं? | kabaddi mein kitne khiladi hote hain
अगर दोस्तों बात की जाए कि कब्बड़ी के अंतर्गत कितने खिलाड़ी भाग लेते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं, कि कब्बड़ी के अंतर्गत वैसे तो कुल 7 खिलाड़ी ग्राउंड के अंतर्गत खेलते हैं। इसके अलावा 5 खिलाड़ी एक्स्ट्रा में भी होते हैं जिनको बाद में गेम के दौरान भी बदला जा सकता है। तो इस प्रकार के हम कह सकते हैं कि कबड्डी के अंतर्गत एक टीम की तरफ से कुल 12 खिलाड़ी खेलते हैं।
कबड्डी खेल का परिचय
राष्ट्रीय खेल है | बंगलादेश |
अधिकतम ख़िलाड़ी | 12 ख़िलाड़ी होते हैं |
कबड्डी मैदान माप | पुरुषों के लिए ( 13X10 मीटर) महिलाओं के लिए ( 12X8 मीटर) |
खेल समय सीमा | पुरुषों का 40 मिनट और महिलाओं का 30 मिनट का होता है. |
रेड समय | 30 सेकंड |
भारत में शुरुआत | 1915 और 1920 में |
अन्य नाम | हु तू तू और चेडुगुडु. |
पहला विश्व कप | 2004 में |
वजन मापदंड | सीनियर पुरुषों के लिए 85kg सीनियर महिलाओं के लिए 75kg जूनियर पुरुषों के लिए 70kg जूनियर गर्ल्स के लिए 65kg |
ब्रेक टाइम | 5 मिनट |
महिला कबड्डी विश्वकप पहली बार | 2012 में |
भारत कबड्डी फेडरेशन स्थापना | 1950 में |
भारतीय कबड्डी प्रो लीग | 26 जुलाई 2014 |
कबड्डी कैसे खेला जाता है?
दोस्तों कबड्डी की शुरुआत भारत के अंतर्गत हुई थी, इसको एक आयताकार ग्राउंड के अंतर्गत खेला जाता है, जिसको एक लाइन के माध्यम से दो भागों के अंतर्गत विभाजित किया जाता है।
जब भी कबड्डी का मैच स्टार्ट होता है तो उसमें सबसे पहले एंपायर के द्वारा ठोस करवाई जाती है, तथा जो टीम टॉस जीतती है, उसके बाद रेड करने का अधिकार होता है।
अगर रेड के बारे में बात की जाए तो इसके अंतर्गत एक टीम का खिलाड़ी दूसरे टीम के कोर्ट के अंतर्गत जाता है, जिसे रेड कहा जाता है, इस रेड के लिए उसे 29 सेकंड का टाइम दिया जाता है। उसके अंतर्गत वह विपक्षी टीम के खिलाड़ियों को टच करके अधिनियम के अंतर्गत वापस आता है, जिसमें वह जितने खिलाड़ियों को टच करता है, विपक्षी टीम के उतने ही खिलाड़ी आउट हो जाते हैं, तथा इस टीम को उतने ही पॉइंट मिल जाते हैं। इसके अलावा यदि विपक्षी टीम के खिलाड़ी रेडर को पकड़ लेते हैं तो विपक्षी टीम को यह पॉइंट मिल जाता है तथा वह रेडर आउट हो जाता है।
हालांकि दोस्तों रेड क्रॉस लाइन को क्रॉस करके बिना कोई पॉइंट के भी वापस आ सकता है यानी कि खाली रेड करके आ सकता है लेकिन ऐसा घायल सिर्फ दो बार ही कर सकता है वह लगातार तीसरी बार ऐसा नहीं कर सकता क्योंकि उसे तीसरी डेट में हर हाल में पॉइंट लेना होता है, यदि वह पॉइंट नहीं लाता है, तो उसे आउट दे दिया जाता है।
इसके अलावा जब किसी टीम के अंतर्गत तीन खिलाड़ी बचे होते हैं तथा वह किसी रेडर को पकड़ लेते हैं यानी कि रेडर को टेकल कर लेते हैं, तो इसे सुपर टैकल कहा जाता है और इस परिस्थिति के टैकल करने वाली टीम को 2 पॉइंट दिए जाते हैं। इसके अलावा जब किसी टीम के सारे खिलाड़ी आउट हो जाते हैं तो उसे ऑलआउट कहा जाता है और उसके बाद विपक्षी टीम को ऑल आउट के कुल 2 पॉइंट दिए जाते हैं, तथा फिर से सारी टीम में ग्राउंड में आ जाती है।
तो इन नियमों के तहत यह खेल कुल 40 मिनट तक चलता है, जिसके अंतर्गत जिस टीम के पास ज्यादा पॉइंट होते हैं, वह विजय बन जाती है। इसके अलावा यदि दोनों टीमों के पॉइंट बराबर रह जाते हैं, तो मैच टाइ हो जाता है।
कबड्डी मैच की समय अवधि
यह खेल दो हिस्सों में खेला जाता है, पूरे मैच की अवधि 40 मिनट होती है। इन दोनों हाफ में मैच की अवधि 20-20 मिनट है। प्रत्येक टीम को पूरे मैच में 5 खिलाड़ियों का आदान-प्रदान करने का अधिकार है। अगर खेल में टीम को लगता है कि कोई फैसला गलत लिया गया है तो हर टीम को 1-1 का रिव्यू दिया जाता है जिसे वो मैच में इस्तेमाल कर सकती है। और अगर टीम द्वारा लिया गया रिव्यू सही निकला तो उसका रिव्यू बरकरार रहता है. कबड्डी मैच में बोनस प्वाइंट, सुपर रेड, सुपर टैकल, सुपर 10, हाई-फाइव, करो और मरो जैसे नियमों के इस्तेमाल से कबड्डी मैच और भी रोमांचक हो जाता है।
कबड्डी खेल की उत्पत्ति कब और कहा हुई थी?
अगर हम कबड्डी की उत्पत्ति की बात करें तो ऐसा माना जाता है कि कबड्डी के खेल की उत्पत्ति 4000 साल पहले भारत के तमिलनाडु राज्य में हुई थी। और यह भी माना जाता है कि पहले के जमाने में पुरुष महिलाओं को रिझाने और अपनी ताकत दिखाने के लिए कबड्डी खेल खेलते थे।
अगर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कबड्डी खेल की बात करें तो वर्ष 1990 (बीजिंग एशियाई खेलों) में कबड्डी खेल को पहली बार बीजिंग एशियाई खेलों में शामिल किया गया था।
कबड्डी में गोल्डन रेड (Golden red in Kabaddi)
इस दौरान टॉस होता है, टॉस जीतने वाली टीम को गोल्डन रेड मिलती है। इस दौरान बॉल्क लाइन को बोनस लाइन माना जाता है। दोनों पार्टियों को यह मौका एक बार मिलता है। इसके बाद भी अगर टाई की स्थिति बनी रहती है तो टॉस के जरिए विजेता का फैसला किया जाता है।
निष्कर्ष
तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको बताया कि कब्बड़ी खेल में कितने खिलाड़ी होते हैं, इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है
कबड्डी कौन से देश का राष्ट्रीय खेल है?
सही उत्तर है → बांग्लादेश कबड्डी बांग्लादेश का राष्ट्रीय खेल है। खेल एक मैदान या कोर्ट के विपरीत दिशा में दो टीमों के बीच खेला जाता है।
कबड्डी के मैदान की माप?
खेल का मैदान 12.5 मीटर लंबा और 10 मीटर चौड़ा है और दो भागों में बांटा गया है। खेल प्रत्येक 20 मिनट के दो हिस्सों में खेला जाता है।
कबड्डी के बारे में 5 लाइन?
कबड्डी एक टीम खेल है जिसमें प्रत्येक टीम में 7 खिलाड़ियों की आवश्यकता होती है। एक खिलाड़ी जो विरोधियों के मैदान पर धावा बोलता है उसे हमलावर के रूप में जाना जाता है। रेडर को अपनी रेड के दौरान कबड्डी-कबड्डी बोलना पड़ता है। पूरे खेल को अंजाम देने के लिए दो अंपायर हैं।
कबड्डी खेल के समय अवधि कितनी होती है?
यह खेल आमतौर पर 20-20 मिनट के दो हिस्सों में खेला जाता है। प्रत्येक भाग में टीमें पक्ष बदलती हैं और इसके लिए उन्हें पांच मिनट का ब्रेक मिलता है। हालाँकि, आयोजक एक भाग की अवधि को घटाकर 10 या 15 मिनट भी कर सकते हैं।