दोस्तों हॉकी का खेल भारत में सबसे महत्वपूर्ण खेल माना जाता है। आपको यह लग रहा होगा कि भारत में क्रिकेट को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है। हॉकी के खेल को राष्ट्रीय खेल के तौर पर देखा जाता है। हालांकि भारत के खेल मंत्रालय की तरफ से यह बात सिद्ध की जा चुकी है कि भारतीय कोई भी राष्ट्रीय खेल अभी तक नामित नहीं किया गया है।
लेकिन हॉकी का खेल ओलंपिक की वजह से भारत में सबसे महत्वपूर्ण बन चुका है, इसलिए हम सबको हॉकी के बारे में जानना काफी आवश्यक है। क्या आप जानते हैं कि हॉकी के खेल की शुरुआत कहां से हुई? हॉकी की खोज किसने की? हॉकी के खेल का परिमाप कितना होता है? यदि आप नहीं जानते हो जानना चाहते हैं तो आज के लेख में हमारे साथ अंतर तक बने रहिएगा।
क्योंकि आज के लेख में हम आपको इन सब के बारे में जानकारी देंगे।
तो चलिए शुरू करते हैं-
हॉकी क्या है?
हॉकी का खेल एक ऐसा खेल होता है जिसमें आयताकार मैदान में 11-11 खिलाड़ियों वाली दो टीमें हॉकी स्टिक और एक गेंद की सहायता से आपस में एक मैच खेलती है। लगभग 1 घंटे के मुकाबले के पश्चात जो भी खिलाड़ी अधिक से अधिक गोल सामने वाले के गोलकोस्ट पर कर देता है, वह जीत जाता है।
हॉकी की शुरुआत कब हुई?
यदि हम हॉकी की शुरुआत के बारे में आप को बताए तो ऐसा कहा जाता है कि हॉकी का खेल सबसे पहले मिश्र में खेला गया था, जो कि आज से तकरीबन 4000 साल पहले खेला गया था। इस खेल के कारण प्राचीन ग्रीस और विश्व के इतिहास तथा उनके सभ्यताओं के बारे में पता लगाया जा सकता है। हालांकि जो खेल 4000 साल पहले खेला जाता था उसमें और आज के खेल में काफी अंतर है। लेकिन खेल की मूल भावना बिल्कुल बराबर है।
भारत का राष्ट्रीय खेल कौन सा है?
दोस्तों, आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस हॉकी के खेल को भारत का राष्ट्रीय खेल माना और कहा जाता है वह भारत का राष्ट्रीय खेल है ही नहीं, और इससे भी विचित्र बात यह है कि भारत का कोई भी खेल राष्ट्रीय खेल नहीं है।
हालांकि राष्ट्रीय स्तर के खेल पर फुटबॉल का खेल, क्रिकेट का खेल और हॉकी का खेल सबसे महत्वपूर्ण खेल के तौर पर माने जाते हैं। एक आरटीआई के दौरान केंद्रीय खेल मंत्रालय से यह पूछा गया था कि भारत का राष्ट्रीय खेल कौन सा है और इसके जवाब में यह जानने को मिला था कि भारत का कोई भी खेल राष्ट्रीय खेल नहीं है। हॉकी का खेल भी राष्ट्रीय खेल नहीं है।
हॉकी के खेल का परिमाप क्या है?
यदि हॉकी के खेल का परिमाप यानी कि हॉकी के खेल के मैदान का परिमाप आपको बताया जाए तो हॉकी का मैदान 91.44 मीटर लंबा होता है और 55 मीटर चौड़ा होता है। आमतौर पर पूरा मैदान सिंथेटिक घास से ढका हुआ होता है और मैदान को मिडल लाइन से दो भागों में बराबर बांट दिया जाता है जो कि 23-23 मीटर के लाइन से विभाजित किया जाता है।
पूरे मैदान की लंबाई के दोनों और गोल पोस्ट बने हुए होते हैं, जिसके आसपास semi-circle बनाया हुआ होता है। जिसका व्यास 14.63 मीटर का होता है। यदि किसी खिलाड़ी को कॉल करना है तो यह कार्य केवल और केवल स्ट्राइकिंग सर्कल के अंदर से किया जा सकता है। सर्कल के बाहर से गोल में जाने वाली किसी भी गेंद को गोल्ड अकाउंट नहीं किया जाता है। इसके अलावा गोल पोस्ट की चौड़ाई 3.67 मीटर की होती है, और क्रॉसबार की ऊंचाई ढाई मीटर से थोड़ी कम यानी कि 2.14 मीटर की होती है।
निष्कर्ष
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